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मान-सम्मान एवं धन पाने के 10 आसान उपाय|Easy 10 Steps to Manifest Abundance This Sawan Sunday


Easy 10 Steps to Manifest Abundance This Sawan Sunday: मान-सम्मान एवं धन पाने के 10 आसान  उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसारजातक की कुंडली में सूर्य प्रबल होने पर मान-सम्मान, नेतृत्व क्षमता में वृद्धि और सरकारी नौकरी के अवसर प्राप्त होते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्यदेव की आराधना का अक्षय फल मिलता है। सच्चे मन से की गई साधना से प्रसन्न होकर भगवान सूर्य अपने भक्तों को सुख-समृद्धि एवं अच्छी सेहत का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

मान-सम्मान एवं धन पाने के 10 आसान  उपाय:


1. ध्यान केंद्रित करें: 

सबंधित विषय की ओर अपना ध्यान केंद्रित करें। इसके लिए, ध्यान दें कि आप क्या प्राप्त करना चाहते हैं और उसे अपने मन में जीवंत करें।


2. सकारात्मक विचार: 

अपने दिमाग को सकारात्मक विचारों से भरें। अपने आप को संदर्भ में संपन्नता के साथ देखें और ऐसा महसूस करें कि यह पहले ही हो चुका है।


3. व्यायाम करें: 

शारीरिक गतिविधि करना आपकी मानसिक और शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद कर सकता है। योग, ध्यान या आसान व्यायाम करने से पहले, अपने लक्ष्य को सामर्थ्य के साथ विचार करें।


4.सूर्य को जल दें:

सूर्य  को जल देने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यह ऊर्जा और शक्ति को बढ़ाता है और तंद्रा और निराशा को कम कर सकता है। सूर्य को जल देते समय ॐ सूर्याय नमः, भास्कराय नमः, आदित्याय नमः का जाप करें।

5.सूर्य नमस्कार करें:


सूर्य नमस्कार करने से शारीरिक फिटनेस बढ़ती है। इस प्रक्रिया में शरीर के सभी अंगों को एकसाथ एक संगठित तरीके से काम करना पड़ता है, जिससे मांसपेशियों का विकास होता है, शरीर की लचीलापन बढ़ती है, श्वसन प्रणाली सुधारती है और संतुलित ऊर्जा स्तर को बनाए रखता है।

6. आभास करें: 

सोचें कि आपके पास पहले से ही वह सब है जो आप प्राप्त करना चाहते हैं। यह भावना अपने मन को उद्यमशील और आभासी संपन्नता के साथ भर देगी।


7. कृतज्ञता व्यक्त करें:

 धन्यवाद करना और कृतज्ञता व्यक्त करना संपन्नता की एक महत्वपूर्ण गुण है। धन्यवाद करने से आप अपने आप को सदैव आभासी संपन्नता के साथ धराते हैं।


8. सेवा करें: 

दूसरों की सेवा करना और उनकी मदद करना संपन्नता को आपके पास आने के लिए रास्ता खोल सकता है। जिस भावना के साथ आप सेवा करते हैं, वह आपके पास वापस आती है।


9. संगठन करें: 

अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित और योजनाबद्ध हों। निर्धारित लक्ष्यों और कार्रवाई की एक योजना बनाएं और उसे ध्यान से अनुसरण करें।


10. सूर्य मंत्र का जाप करें: 

सूर्य मंत्र का जाप करने से मान्यतानुसार सूर्य ग्रह की शांति होती है और उसके अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसका प्रभाव शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि के क्षेत्र में होता है।

Note :

याद रखें, द्रण निश्चय और निरंतर प्रयास आवश्यक हैं जब तक कि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं करते हैं। धैर्य रखें और आपकी प्रगति का आनंद लें।


ये सरल कदम आपको संपन्नता की ओर आग्रह करते हैं। सावन के रविवारको इन कदमों को अपनाएं और अभिवृद्धि के संकल्प को जीवंत करें।


how to do surya namaskar?


  1. मैट के सामने अपने पैरों को साथ में रखें और हृदय के साथ हाथों को प्रार्थना स्थिति में साथ में जोड़ें (प्रणामासना).


    गहरी सांस लेते हुए और सांस छोड़ते हुए, आपके हाथों को ऊपर और पीछे उठाएं, थोड़ी सी पीठ को मोड़ें और ऊपरी सीढ़ी में आपके हाथों को प्रार्थना स्थिति में जोड़ें (हस्त उत्तानासन).


    सांस लेते हुए, धीरे-धीरे अपनी कमर से मुड़कर आगे झुकें, अपनी कंधों को सीधा रखते हुए और अपने पैरों के साथ जमीन को छूने के लिए अपने हाथों को पैरों के पास लाएं (उत्तानासन).

    सूर्य नमस्कार करने के कई फायदे मान्यता में माने जाते हैं। यहां कुछ मुख्य फायदे हैं जो सूर्य नमस्कार को संबंधित किया जाता है:

1. शारीरिक स्वास्थ्य: सूर्य नमस्कार करने से शारीरिक फिटनेस बढ़ती है। इस प्रक्रिया में शरीर के सभी अंगों को एकसाथ एक संगठित तरीके से काम करना पड़ता है, जिससे मांसपेशियों का विकास होता है, शरीर की लचीलापन बढ़ती है, श्वसन प्रणाली सुधारती है और संतुलित ऊर्जा स्तर को बनाए रखता है।


2. मानसिक तनाव कम करना: सूर्य नमस्कार करने से मानसिक तनाव कम होता है और मनश्चेतना की स्थिति में सुधार होती है। इस अभ्यास में संगीतमय श्लोकों और ध्यान की तकनीकों का उपयोग होता है जो मन को शांति और स्थिरता की अवस्था में लाते हैं।


3. प्राकृतिक तापमान के लिए उचित: सूर्य नमस्कार का अभ्यास सूर्य के प्रकाश में विशेष रूप से स्थित होने के कारण बढ़ी तापमान में किया जाता है। यह उच्च तापमान के आधार पर सामरिक तरीके से किया जाने वाला व्यायाम है, जिससे शरीर की उच्च तापमान प्राप्त करने में मदद मिलती है।


4. पाचन तंत्र को सुधारना: सूर्य नमस्कार करने से पाचन तंत्र की सुधार होती है। यह पाचन क्रिया को सक्रिय करने में मदद करता है, जिससे भोजन का अवशोषण और पोषक तत्वों की अवशोषण कार्यक्षमता में सुधार होती है।


5. शरीर के लिए लचीलापन और फ्लेक्सिबिलिटी: सूर्य नमस्कार शारीरिक लचीलापन को बढ़ाता है और शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाता है। इसके प्रभाव से मांसपेशियों की संकुचन और तनाव को कम किया जा सकता है, जो शरीर को सुपला बनाता है और आकर्षक शारीरिक स्थायित्व प्रदान करता है।


ज्योतिष के अनुसार सूर्य को जल देने के कुछ फायदे मान्यता में माने जाते हैं। 

यहां कुछ ऐसे फायदे हैं जो लोग सूर्य को जल देने के संबंध में दावा करते हैं, हालांकि इनका वैज्ञानिक आधार उपलब्ध नहीं है:

सूर्य ग्रह की शांति: सूर्य को जल देने से सूर्य ग्रह की शांति होती है और उसके अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है।


स्वास्थ्य और ऊर्जा के लिए: सूर्य को जल देने का मान्यता में यह दावा किया जाता है कि यह शरीर के ऊर्जा को बढ़ाता है और स्वास्थ्य को सुधारता है।


आत्मिक और मानसिक विकास
: सूर्य को जल देने से आत्मिक और मानसिक विकास होता है। यह उनके भावनात्मक अनुभव और धार्मिक मान्यताओं से संबंधित होता है।


ग्रह दोषों को निवारण करने के लिए:
 सूर्य को जल देने से ग्रह दोषों को निवारण किया जा सकता है और जीवन में समृद्धि और सुख का संचार हो सकता है।

यहां यह जरूरी है कि आप ज्योतिष विद्या को विश्वसनीयता के साथ देखें और सावधानीपूर्वक समझें कि यह केवल मान्यताओं और धार्मिक आदर्शों पर आधारित है और इसका वैज्ञानिक आधार उपलब्ध नहीं है।







Note: यहां ध्यान देने योग्य है कि ये फायदे मान्यता और आयुर्वेदिक परंपराओं पर आधारित हैं और वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं। सूर्य नमस्कार करने से पहले आपको अपने शारीरिक स्थिति और स्वास्थ्य के संबंध में विशेषज्ञ सलाह लेना चाहिए।