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शिवलिंग अभिषेक: सावन के सोमवार में आर्थिक उन्नति का रहस्य


शिवलिंग अभिषेक: सावन के सोमवार में आर्थिक उन्नति का रहस्य


सावन के हर सोमवार को शिवलिंग का अभिषेक करने और आर्थिक उन्नति के लिए इस विधि का पालन किया जाता है। इसके लिए सोमवार को शहद और घी से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है और उसके बाद चांदी के लोटे में जल भरकर उसे शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है। शिवलिंग पर लोटे से जल छिड़कते समय 108 बार 'ॐ नमः शिवाय' या 'ॐ पार्वतीपतये नमः' मंत्रों का जाप किया जाता है। यह मंत्र जब तक 108 बार पूरे नहीं हो जाता है, तब तक धीरे-धीरे अभिषेक करते रहना चाहिए। इस प्रक्रिया को करने से आर्थिक उन्नति होती है और सभी कार्य शिव कृपा से पूरे होने लगते हैं।


"शिवलिंग अभिषेक और मंत्र जाप: सावन के सोमवार में धन धान्य की वृद्धि का रहस्य"


सावन के हर सोमवार को प्रदोष काल में, धन धान्य में वृद्धि के लिए यह विधि प्रयोग की जाती है। इसके लिए शिवलिंग को गन्ने के रस से अभिषेक किया जाता है और शिव चालीसा का पाठ किया जाता है। इसके बाद, 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जाप किया जाता है। शिव पुराण में इस विधि का वर्णन किया गया है, और उसमें यह बताया गया है कि इस क्रिया को करने से धन धान्य में वृद्धि होती है और लक्ष्मी की आगमन के योग बनते हैं।


"बैल का चारा: सावन में अटके हुए धन की प्राप्ति का रहस्य"


सावन में अटके हुए धन की प्राप्ति के लिए एक विशेष उपाय है, जिसमें बैल का महत्वपूर्ण योगदान होता है। जब भी सावन मास में बैल मिले, चाहे वह किसी भी दिन हो, उसे हरा चारा खिलाना चाहिए। बैल को भगवान भोलेनाथ के वाहन नंदी के रूप में पूजा किया जाता है। सावन मास में बैल को हरा चारा खिलाने से अटका हुआ धन जल्दी मिलता है और धन वृद्धि के शुभ योग शुरू हो जाते हैं। यह एक प्राचीन परंपरा है जो लोगों को अटके हुए धन की प्राप्ति में मदद करती है।



"संपत्ति में वृद्धि: सावन के सोमवार का व्रत और शिवलिंग अभिषेक"


संपत्ति और सुख-शांति में वृद्धि के लिए एक विशेष उपाय है, जिसमें सावन के हर सोमवार का व्रत रखा जाता है और प्रदोष काल में शिवलिंग का दही से अभिषेक किया जाता है। साथ ही, भगवान शिव की प्रिय वस्तुओं में भांग, बेलपत्र, धतूरा आदि चीजें अर्पित की जाती हैं। इस प्रक्रिया को करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और संपत्ति के साथ-साथ सुख-शांति में भी वृद्धि होती है। यह एक प्राचीन परंपरा है जो लोगों को धन और सुख की प्राप्ति में सहायता करती है।

" सावन सोमवार का व्रत :तरक्की के लिए शिवलिंग और शहद"


नौकरी और व्यापार के मामले में चिंतित होने और मेहनत के बावजूद उच्चतर तरक्की नहीं हो रही है, तो एक विशेष उपाय है - सावन के सोमवार का व्रत रखें और जल में शहद मिलाकर शिवलिंग पर अर्पण करें। साथ ही, शिवलिंग पर अनार के फूल भी अर्पित करें। इस प्रक्रिया को करने से करियर में तरक्की के योग बनते हैं और नौकरी और व्यापार से संबंधित सभी चिंताएं दूर हो जाती हैं। यह एक प्राचीन परंपरा है जो लोगों को उच्चतम स्तर पर तरक्की करने में मदद करती है।


सावन मास के शुभारंभ के साथ, इस महीने भगवान शिव प्रसन्नता मुद्रा में विराजमान होते हैं। इस माह में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा और विधि विधान के साथ जीवन के सभी दुख दूर होते हैं और आपकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सावन माह में शिव भक्ति का फल दोगुना होता है और सकारात्मक ऊर्जा व्याप्त रहती है। वास्तु शास्त्र में सावन मास के लिए कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने से शिव भक्ति का फल दोगुना होता है और सौभाग्य में वृद्धि होती है। 


वास्तु के इन उपायों के बारे में जानने के लिए निम्नलिखित पठन करें:


1. इस दिशा में रखें शिवलिंग:

सावन माह में शिवलिंग को घर के ईशान कोण में स्थापित करें। यह दिशा सबसे शुभ मानी जाती है और यह देवी-देवताओं की दिशा होती है। इस दिशा में भगवान शिव की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का आवास होता है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही सावन मास में घर की नियमित सफाई रखें ताकि घर के सदस्यों की प्रगति बनी रहे।

2. मेन गेट पर बनाएं शुभ चिन्ह:

सावन मास में हर दिन मुख्य द्वार पर गंगाजल छिड़काव करें और चौखट पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इसके बाद घर के दोनों ओर घी के दीपक जलाएं और फिर शिवालय में जाकर शिवलिंग की पूजा करें। इस वास्तु उपाय से घर में समृद्धि का आवास होता है और सकारत्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।


3. इस उपाय से होता है धन का आगमन:

शिव पूजा से पहले रुद्राक्ष को शिवलिंग के पास रखें और फिर जलाभिषेक कर पूजा करें। पूजा के बाद रुद्राक्ष को शिवलिंग के पास से उठाएं और लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या अलमारी में रखें या फिर घर के मुख्य द्वार पर बांध दें। ऐसा करने से धन धान्य में कमी नहीं होती है और धन का आगमन होता है।

4. इस उपाय से सौभाग्य में होती है वृद्धि:

घर में तुलसी का पौधा लगाने से सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। सावन माह में घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ माना जाता है। घर के उत्तर व पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाने और हर रोज पूजा करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। ध्यान दें कि शिव पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं करें, तुलसी की पूजा केवल सुबह और शाम ही करें।


5. इस उपाय से भगवान शिव का मिलता है आशीर्वाद:

सावन मास में तुलसी के अलावा बेलपत्र का पौधा उत्तर पूर्व दिशा में लगाना बहुत शुभ माना जाता है। शिव पुराण में बताया गया है कि बेलपत्र का पौधा लगाने से वह स्थान काशी के समान पवित्र माना जाता है और दरिद्रता दूर होती है। सावन मास में हर रोज बेलपत्र के पौधे को जल और पूजा करने से धन धान्य में वृद्धि होती है और भगवान शिव के साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद बना रहता है।

अस्वीकरण: यह सारी जानकारी जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत की जा रही है, ज्योतिष और धर्म के उपायों और सलाहों को अपनी आस्था और विश्वास पर आजमाने के लिए। कंटेंट का मुख्य उद्देश्य मात्र आपको बेहतर सलाह देना है। इस संदर्भ में, हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं, बल्कि सिर्फ ज्योतिष और धार्मिक उपायों के बारे में जानकारी साझा करते हैं जो लोगों को उनके आस्था और विश्वास पर आधारित सलाह के रूप में उपयोगी साबित हो सकती हैं।